अस्मिता
Friday, December 31, 2010
हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती
1 comment:
डॉ. मनोज मिश्र
said...
असली जीवन का फलसफा तो इसी में छुपा ही,आभार.
नववर्ष की मंगलमय शुभकामनायें.
December 31, 2010 at 9:06 PM
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
पानी में मीन पियासी, मोहि सुन-सुन आवे हाँसी।/कबीरदास
पानी में मीन पियासी, मोहि सुन-सुन आवे हाँसी। इस पद्य में कबीर साहब अपनी उलटवासी वाणी के माध्यम से लोगों की अज्ञानता पर व्यंग्य किये हैं कि ...
21वीं सदी की 111 श्रेष्ठ हिंदी लेखिकाएं
रविवार, अगस्त 28, 2011 दिल्ली में लहलहाती लेखिकाओं की फसल Issue Dated: सितंबर 20, 2011, नई दिल्ली एक भोजपुरी कहावत है-लइका के पढ़ावऽ,...
रानी केतकी की कहानी की समीक्षा (vith sem)
1 comment:
असली जीवन का फलसफा तो इसी में छुपा ही,आभार.
नववर्ष की मंगलमय शुभकामनायें.
Post a Comment