कटप्पा बाहुबली के जश्न में
खो गई शहादत!
इस समय देश गंभीर चुनौतियों
से गुजर रहा है। एक तरफ जहां देश नए निजाम के नव निर्माण की प्रक्रिया से गुजर रहा
है वहीं प्रतिक्रियावादी ताकतें देश को आगे बढ़ने से रोक रही हैं। इन चुनौतियों को
प्रत्येक व्यक्ति अलग-अलग नजरिए से देखता और समझता है। इस समय जहां एक ओर आईपीएल
का चीयर गूंज रहा है, बाहुबली और कटप्पा के संबंधों की पड़ताल के जश्न में डूबा हुआ है, वहीं
छत्तीसगढ़ के सुकमा नक्सली हमले से देश के भीतरी रक्षक लड़ते हुए वीरगति को
प्राप्त हो जाते हैं। आईपीएल का जश्न मनाते-मनाते देश ने निंदा की, राजनेताओं और
भारत के रत्नों ने बयान दिए, कुछ ने क्रोध से भरी कविताएं लिखी और सोशल मीडिया पर पोस्ट की। पर इनमें एक
ऐसा भी निकला जिसने न बयान दिया न कविता लिखी,बस शहीद 25 जवानों के बच्चों की
शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी खुद पर ली। वह न तो नेता है और न ही अभिनेता। वह है भारतीय
टीम से अपदस्थ क्रिकेटर- गौतम गंभीर।
भारत में फिल्म, राजनीति और क्रिकेट ऐसे क्षेत्र हैं जहां नाम और पैसा भरपूर है। एक गुमनाम सा
व्यक्ति क्रिकेट या फिल्म
में आकर स्टार बन जाता है। समाज
उसे खूब पैसा और सम्मान देता है Iप्रश्न यह है कि वह स्टार समाज को वापिस क्या
देता है ! समाज के प्रति अपनी उपादेयता कैसे सिद्ध करता है। यानी समाज के प्रति
उसकी भी कोई जिम्मेदारी बनती है कि नहीं।
सी एस आर’ और एस.एस.आर
भारतीय कंपनी एक्ट में
कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी यानि ‘सी एस आर’ सभी कंपनियों के लिए अनिवार्य किया गया है
जिसमें कॉर्पोरेट घरानों को अपनी कमाई का
कुछ हिस्सा समाज की बेहतरी में लगाना अनिवार्य होता हैI यह दीगर बात है कि सार्थक
कार्य कम ही दिखाई देते हैंI अब समय आ गया है कि सी.एस.आर के
साथ-साथ एस.एस.आर. यानि स्टार सोशल
रिस्पांसिबिलिटी की भी बात होनी चाहिए Iइसका ताज़ा उदाहरण कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने दिया जब
उन्होंने सुकमा में शहीद हुए 25 सी.आर.पी.एफ. जवानों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने का भार लिया है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ''गौतम गंभीर
फाउंडेशन इन शहीदों के बच्चों की शिक्षा का खर्च उठायेगा. देश की सेवा करते हुए
अपनों को खोने के दुख की तुलना एक क्रिकेट मैच हारने से कभी नहीं की जा सकती.''कोलकाता नाइट राइडर्स
के कप्तान ने कहा, ''मैंने अखबार उठाकर देखा तो मातम में डूबी सीआरपीएफ के दो जवानों की बेटियों की तस्वीर छपी थी.'' कोलकाता नाईट राइडर्स टीम के सदस्यों ने आईपीएल मैच बांह पर काली पट्टी बांधकर खेला था I 'मैन ऑफ द मैच' रहे कप्तान गौतम गंभीर ने पुरस्कार की राशि सुकमा के शहीदों के आश्रितों को देने की घोषणा कीI उन्होंने कहा कि ये राशि पीड़ित परिवारों के बच्चों के शिक्षा पर खर्च की जाएगी.
बढ़ी गौतम गंभीर के मुरीदों की संख्या
गौतम गंभीर के इस अद्भुत जज्बे की तारीफ देश
भर में हुई है। नेताओं और अभिनेताओं और आम लोगों ने भी गौतम गंभीर की दरियादिली और उनकी देशभक्ति की भावना का
सम्मान किया है। गौतम गंभीर के मुरीदों में यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ समेत अनेक
राजनेता, अभिनेता और आम आदमी शामिल हो गये हैं।योगी आदित्य नाथ ने ट्वीट करके कहा कि गौतम गंभीर पर देश को गर्व है,और ऐसे युवा
देश के लोगों के प्रेरणा के पात्र हैं। योगी आदित्य नाथ ने गौतम गंभीर की तस्वीर लगाकर
उस पर लिखा है, ‘भारतीय क्रिकेटर श्री गौतम गंभीर द्वारा सुकमा में शहीद हुए
सी.आर.पी.एफ. के सभी 25 वीर जवानों के
बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी एक अनुकरणीय पहल, भारतीय युवाओं के लिये प्रेरणा तथा ऐसे युवाओं पर देश को
गर्व है। भारतीय क्रिकेटर श्री गौतम गंभीर पर देश को गर्व है।
गौतम सर की सबसे लंबी और बेहतरीन पारी
ट्वीटर पर उनके
प्रशंसकों की संख्या में इजाफा हुआ . तमाम प्रशंसकों ने तारीफ करते हुए कहा कि गौतम गंभीर के लिए पहले देश और देश के सैनिक हैं, मैं उन्हें
सैल्युट करता हूं। एक प्रशंसक ने लिखा है कि गौतम सर आप
हजार साल जियो। अब तक की सबसे लंबी और बेहतरीन पारी आज आपने खेली है। गुड वर्क सर।
कहते हैं अच्छा काम अच्छे को
प्रेरित करता है ! उम्मीद है कि अन्य स्टार भी इस हीरो की प्रेरणा से स्टार सोशल
रेस्पोंसिबिलिटी की और प्रेरित होंगे और क्रिकेट के मैदान पर ही नहीं बल्कि सोशल
कंसर्न में भी चौके छक्के मारेंगेI
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