अस्मिता
Saturday, September 25, 2021
गुजराती साहित्य
अंतिम पृष्ठ से पहले का क्रम है यह .कृपया पहले पेज के लिए अंतिम फाइल पर जाये
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
पानी में मीन पियासी, मोहि सुन-सुन आवे हाँसी।/कबीरदास
पानी में मीन पियासी, मोहि सुन-सुन आवे हाँसी। इस पद्य में कबीर साहब अपनी उलटवासी वाणी के माध्यम से लोगों की अज्ञानता पर व्यंग्य किये हैं कि ...
21वीं सदी की 111 श्रेष्ठ हिंदी लेखिकाएं
रविवार, अगस्त 28, 2011 दिल्ली में लहलहाती लेखिकाओं की फसल Issue Dated: सितंबर 20, 2011, नई दिल्ली एक भोजपुरी कहावत है-लइका के पढ़ावऽ,...
हिंदी पत्रकारिता का दूसरा युग : भारतेंदु युग
हिंदी पत्रकारिता का दूसरा युग 1873 से 1900 तक चलता है। इस युग के एक छोर पर भारतेंदु का "हरिश्चंद्र मैगजीन" था ओर नागरीप्रचारिणी सभ...
No comments:
Post a Comment