Friday, August 3, 2012
ओलंपियन हरविंदर सिंह ने किया ओलंपिक के महानायक पुस्तक का लोकार्पण
ओलंपिक
की पूर्व संध्या पर ओलंपिक के महानायक पुस्तक का लोकार्पण 1964 टोकियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता भारतीय हाकी टीम
के सेंटर हाफ खिलाड़ी सरदार हरविंदर सिंह ने नई दिल्ली के रेलवे कालोनी में अपने
निवास स्थान पर किया| इस पुस्तक के लेखक
दिल्ली विश्वविद्यालय के एसोसियेट प्रोफेसर एवं लिमका बुक आफ रिकार्ड के
सुरेश कुमार लौ तथा खालसा कालेज, दिल्ली विश्वविद्यालय की एसोसियेट प्रोफेसर और
दूरदर्शन खेल कमेंटेटर स्मिता मिश्र हैं| ओलंपिक के सर्वश्रेष्ठ पदक विजेताओं को
केंद्र में रखकर लिखी गयी इस पुस्तक में
विश्व के 34 महानतम खिलाड़ियों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया,साथ ही भारत की
प्रतिभागिता को वर्णित करते हुए भारत के पदक विजेताओं की उपलब्धियों को भी
रेखांकित किया गया है|अनेक खेल विशेषज्ञों की
उपस्थिति में उनके घर एक खेल उत्सव सा मन गया|
इस अवसर पर टोकियो ओलंपिक 1964, मैक्सिको ओलंपिक 1968, 1972 म्युनिख
ओलंपिक में एक स्वर्ण ,दो कांस्य पदक विजेता हरविंदर सिंह देश के सर्वश्रेषठ सेंटर
हाफ के रुप में विख्यात रहे| सरदार हरविंदर सिंह
ने जहाँ ओलंपिक के रोचक मैचों के किस्से सुनाए वहीं बदलती हाकी पर भी अपने
विचार रखे |उनकी खेल यात्रा
का परिचय
आकाशवाणी के चर्चित कमेंटेटर एवं व्यंगयकार श्री कुलविंदर सिंह कंग ने किया| कंग
जी ने भारतीय हाकी दल की पदक संभावनाओं का आकलन कियाA| डा सुरेश कुमार लौ तथा डॉ स्मिता मिश्र ने अपने –अपने लेखकीय वक्तव्य में पुस्तक की रचना प्रक्रिया से उपस्थित
श्रोताओं को परिचित कराया, साथ ही भारतीय खेलों पर गहरा विमर्श भी किया|इस अवसर पर अनेक खेल प्रशिक्षक, खिलाड़ी, खेल
प्रेमी उपस्थित थे| इससे ओलंपिक की पूर्व संध्या एक यादगार खेल संध्या बन गयी|
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