Sunday, April 4, 2010

socio economic article/smita mishra


2 comments:

अनुनाद सिंह said...

बहुत अच्छा विचारा है।

किन्तु इमेज के बजाय यूनिकोड हिन्दी में लिखतीं तो और भी बहुत से लाभ होते।

डॉ. मनोज मिश्र said...

कलम तोड़ लेखनी,बधाई.